सोमवार, अगस्त 02, 2021

कौन है शिव




सबसे कठिन है शिव बनना. शिव की तरह मस्त रहना सबसे कठिन है. शिव की तरह सबकुछ जानते हुए भी उसे रोकने का प्रयास न करना सबसे कठिन है. शिव की तरह वसन्त बनना सबसे कठिन है. शिव हर स्थिति में वसंत है. शिव की तरह क्रोध सबसे कठिन है. शिव की तरह एक स्थान पर काफी समय टिके रहना सबसे कठिन है. जो शिव की तरह वसंत बन जाता है वो निश्चय मंजिल पा जाता है. शिव कभी आंखें बंद नहीं करते. बल्कि अधखुली रखते हैं ताकि वो इस संसार उस संसार दोनों को देख सके. यानि भूत भविष्य वर्तमान का ज्ञान कर सके. एकमात्र शिव ही ऐसे हैं जिनके पास त्रिनेत्र हैंं त्रिनेत्र मतलब उनकी हर इन्द्री जागृत है. उन्हें ज्ञात है कि बड़े तपस्वी उन्हें नहीं बल्कि उन्हें पूजते हैं जो उनसे भी अतीत है. वह अपने निराकार स्वरूप को पहचानते  हैं, इसी कारण चन्द्र भी उन्ही माथे की शोभा बढाता है. तो क्या आसान है देवचन्द्रेश्वर बनना. शिव की तरह वसंत बनना.